ISBN: 978-8194899723
EDITION:2022, Ed.1st Book
PAGE: 100
LANGUAGE: Hindi
आत्मविक्षा और आत्म मूल्यांकन के अनेक रूपों में एक है अपनी ही मृत्यु की परिकल्पना। मृत्यु से साक्षात्कार आदमी को अपने भीतर उतरने का दबाव पैदा करता है। ‘आत्म-तर्पण’भी अपने को औरों की या खुद अपनी निगाह से देखने की रचनात्मक कोशिश है। इस विधा में विश्व के अनेक साहित्यकारों ने विलक्षण रचनाएँ दी हैं। आत्मश्राद्ध या खुद अपना ही फातिहा पढ़ना लोक विश्वास के अनुसार आदमी की उम्र और बढ़ा
ISBN: 978-8194899723
EDITION: 2022, Ed.1st
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